अब समझ में आया दरअसल 'अदनान सामी' ने जो "ऐसे वैसों को दिया है कैसे कैसों
को दिया है" कहा था वो इन सम्मान लौटाने वालो के बारे में ही कहा था।
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Saturday, November 7, 2015
Monday, August 3, 2015
मेहनती सुप्रीम कोर्ट
शराबी ने ठेके का दरवाज़ा खटखटाया।
ठेके वाला: क्या है?
शराबी: दारू है?
ठेके वाला: चल भाग साले... रात के 2 बजे हैं।
शराबी: कामचोर साले, तू सुप्रीम कोर्ट से बङा है क्या? जब वो रात को जाग कर काम कर सकती है तो तू क्यों नही?
ठेके वाला: क्या है?
शराबी: दारू है?
ठेके वाला: चल भाग साले... रात के 2 बजे हैं।
शराबी: कामचोर साले, तू सुप्रीम कोर्ट से बङा है क्या? जब वो रात को जाग कर काम कर सकती है तो तू क्यों नही?
Friday, April 24, 2015
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